Top 15 Places To Visit In Ajmer In Hindi – अजमेर के टॉप 15 पर्यटन स्थलों की जानकारी

Top 15 Places To Visit In Ajmer In Hindi – अजमेर के टॉप 15 पर्यटन स्थलों की जानकारी

Ajmer In Hindi – अजमेर 
अरावली पर्वतमाला से घिरा हुआ अजमेर शहर राजस्थान के खूबसूरत पर्यटक स्थलों में से एक माना गया है l आपको बता दें कि अजमेर दक्षिण- पश्चिम से 130 किलोमीटर और पुष्कर शहर से सिर्फ 14 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है l
अजमेर शहर का नाम ” अजेय मेरु ” हैl जिसका मोटे तौर पर ” अजेय पहाड़ी” के रूप में अनुवाद किया जा सकता हैl अपनी धार्मिक परंपराओं और सांस्कृतिक महत्व को मजबूती से निभाते हुआ अजमेर शहर पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है l अजमेर हिंदुओं और मुसलमान दोनों के लिए एक तीर्थ स्थल होने के अलावा एक लोकप्रिय पर्यटक स्थल भी है l जो सदियों से चली आ रही लोकाचार और शिल्प कौशल कला में पारंगत है l अजमेर में मनाए जाने वाले “उर्स त्योहार “के दौरान संत मोइनुद्दीन चिश्ती की पुण्यतिथि के उपलक्ष्य के अवसर पर दुनिया भर से पर्यटक यहां आते हैं l

आइए अब जानते हैं कि यहां प्रमुख पर्यटक स्थल और यहां घूमने के लायक कौन-कौन सी जगह है l

Table of Contents

Ajmer History In Hindi - अजमेर का इतिहास

अजमेर शहर की स्थापना 7वीं शताब्दी में राजा अजय पाल चौहान ने की थीl जो 12वीं शताब्दी ईस्वी तक चौहान राजवंश के ऊपरी केंद्र के रूप में रहा ,चौहान वंश ने भारत के पहले पहाड़ी किले के लिए तारागढ़ किले ,का निर्माण कराया थाl मोहम्मद गौरी द्वारा पृथ्वीराज चौहान की हार के बाद अजमेर कई राजवंशों का घर बन गया l शहर के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थल पवित्र अजमेर शरीफ दरगाह🕌 की उपस्थिति के कारण मुगल सुल्ताने को अजमेर विशेष रूप से पसंद आया l अजमेर का एक समृद्ध इतिहास रहा हैl और 1616 में मुगल राजा जहांगीर और इंग्लैंड के राजा जेम्स 1 के राजदूत ,सर थॉमस रो के बीच पहली मुलाकात की मेजबानी की l शहर को अधिक कार्य तौर पर कुछ शताब्दियों बाद ब्रिटिश को सौंप दिया गया था l

15 Best Tourist Places In Ajmer In Hindi -अजमेर के 15 प्रमुख पर्यटक स्थल

राजस्थान का अजमेर शहर प्रमुख पर्यटक स्थलों से भरा पड़ा है लेकिन अजमेर के कुछ पर्यटक स्थल ऐसे हैं जो पर्यटकों के लिए लोकप्रिय बने हुए हैं तो हम यहां आपको अजमेर के 15 प्रमुख पर्यटक स्थलों के बारे में बताने जा रहे हैं-

अजमेर शरीफ की मजार-

अजमेर शरीफ की मजार

अजमेर में स्थित मोइनुद्दीन चिश्ती की मजार यहां के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है l इस दरगाह में हर धर्म संप्रदाय के लोग माथा टेकने के लिए आते हैं lयहां आकर लोग मन्नत मांगते हैं, और वह पूरी हो जाने पर यहां आकर लोग दरगाह पर चादर चढ़ाते हैं l मोइनुद्दीन चिश्ती के अंतिम विश्राम स्थल के रूप में यह मकबरा इस्लाम के नैतिक और आध्यात्मिक मूल्यों को जनता के बीच फैलाने में अहम योगदान दे चुका हैl या आने वाले तीर्थ यात्रियों में एक अजीब तरह की आकर्षित सुगंध की लहर पूरे समय तक दौड़ती रहती है lजो पर्यटकों को आध्यात्मिकता के प्रति एक सहज और अपवर्तनीय आग्रह के साथ प्रेरित करती हैl दरगाह शरीफ निसंदेह राजस्थान का सबसे लोकप्रिय तीर्थ स्थल है lयह एक महान सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की विश्राम स्थल भी है lजो की एक महान सूफी संत थे उन्होंने अपना पूरा जीवन गरीबों और दलितों के उत्थान के लिए समर्पित कर दिया था lक्योंकि यह स्थान सभी धर्म के लोगों द्वारा बहुत पवित्र स्थान के रूप में जाना जाता है l
अजमेर शरीफ मुगलों द्वारा बनाया गया थाl इसलिए इसमें मुगलों की वास्तु कला की अद्भुत झलक देखने को मिलती हैl अजमेर शरीफ की मजार में विभिन्न घटक है ,जैसे -कब्र आंगन और दावानल आदिl यहां की इन सभी संरचना में से सबसे प्रमुख- निजाम गेट, ओलिया मस्जिद ,दरगाह सिराईन,, बुलंद दरवाजा जमा मस्जिद, महफिल खाना और लगभग एक दर्जन से अधिक प्रमुख प्रतिष्ठान भी स्थित हैl

तारागढ़ फोर्ट-

तारागढ़ फोर्ट

तारागढ़ किला अजमेर जिले में स्थित है, जो राजस्थान के अन्य किलो की तरह अरावली पर्वतमाला की पहाड़ी पर बना हुआ हैl इस दुर्ग को राजस्थान का जिब्राल्टर अथवा अजमेर का तारागढ़ दुर्ग की गठबीठली के नाम से भी जाना जाता है l अजमेर की तारागढ़ की पहाड़ी पर तकरीबन 700 फीट की ऊंचाई पर बना यह दुर्ग अजमेर के इतिहास का साक्षी भी रहा है l इसके लिए का निर्माण कर्नल टॉड के अनुसार अजमेर नगर के संस्थापक अजय राज (1105-1130 ई.) ने इसके लिए का निर्माण करवाया l


गोपीनाथ शर्मा का मानना है कि मेवाड़ के राणा सांगा के भाई कुवंर पृथ्वीराज सिसोदिया ने 1505 ईस्वी .में इस दुर्ग के कुछ भाग का निर्माण करवा कर अपनी पत्नी ताराबाई के नाम पर इसका नाम तारागढ़ कर दिया l तारागढ़ के लिए मैं एक प्रसिद्ध मीरांन साहब की दरगाह 🕌 हैl
मिरान साहब की दरगाह में उनके सबसे प्रिय घोड़े की मजार पूरे हिंदुस्तान में केवल अजमेर में ही है l
तारागढ़ किला अजमेर में आने वाले आगंतुकों को शहर का उत्कृष्ट और मनोरम दृश्य भी प्रदान करता है l

तारागढ़ किले मैं देखने लायक चीज भीम बुर्ज ,एक विशाल युद्ध जिस पर एक तोप टिका हुआ है। और किले के भीतर विशाल पत्थर के जाल से भी हैं मुख्य और सामने का प्रवेश द्वार जो पर्यटकों को किले तक ले जाता है हाथियों की पत्थर की मूर्तियों से सजाया और संवारा गया है

तारागढ़ फोर्ट का खुलने का समय ग्रीष्मकालीन में किले की टाइमिंग सुबह 8:00 बजे से शाम 7:00 बजे तक रहती है l

सर्दियों में किले की टाइमिंग सुबह 8:00 से शाम 5:00 तक रहती है

अढ़ाई दिन का झोपड़ा-

अढ़ाई दिन का झोपड़ा-

राजस्थान के अजमेर शहर में एक ऐतिहासिक मस्जिद 🕌है यह भारत की सबसे पुरानी मस्जिदों 🕌में से एक है lइसे हिंदू राजा विग्रह राज चतुर्थ के द्वारा एक संस्कृत विद्यालय के रूप में विकसित किया गया था l और अजमेर में यह सबसे पुराना जीवित स्मारक हैl इसे तथा कथित मुस्लिम स्थापत्य कला की शुरुआती इमारत में से एक के रूप में भी जाना जाता है इसे कुतुबुद्दीन ऐबक के सेनापति द्वारा नष्ट किया गया था l

1100 दिन में ईस्वी में विग्रह राज चौहान चतुर्थ द्वारा निर्मित है यह तथाकथित मस्जिद🕌 प्रारंभिक सनातनी वास्तुकला का एक उदाहरण है lयह संरचना 1199 ईस्वी में पूरी हुई और 1213 ईस्वी में यह मस्जिद🕌 हिंदू वास्तुकला का एक प्रारंभिक उदाहरण है l अधिकांश इमारत का निर्माण हिंदू राज मिस्रियों द्वारा किया गया था l मस्जिद 🕌ने अधिकांश मूल भारतीय विशेषताओं को बरकरार रखा विशेष कर अलंकृत स्तंभों को l

इस संरचना का उपयोग 1947 तक एक मस्जिद 🕌 के रूप में किया जाता थाl भारत की स्वतंत्रता के बाद इस संरचना को (भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण) के जयपुर सर्किल को सौंप दिया गया थाl और आज इसे सभी धर्म के लोग देखने आते हैंl जो की एक बेहतरीन उदाहरण है भारतीय हिंदू और जैन वास्तुकला का मिश्रण l

किशनगढ़ किला-

अजमेर से 27 किलोमीटर की दूरी पर स्थित किशनगढ़ किला राजस्थान के प्रमुख ऐतिहासिक पर्यटक स्थलों में से एक है l जिसे भारत का संगमरमर शहर कहा भी जाता है यह दुनिया का एकमात्र स्थान है जहां नौ ग्रहों कामंदिर है l अजमेर के पास स्थित किशनगढ़ किला के अंदर कई महल और स्मारक है जिन्होंने राजस्थान की संस्कृति और ऐतिहासिक विरासत में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है l

अकबर का महल और संग्रहालय-

अजमेर में स्थित एक संग्रहालय है l जिसका नाम राजपूताना संग्रहालय रखा गया है l यह कभी सम्राट अकबर के पुत्र राजकुमार सलीम का निवास स्थान हुआ करता था, और वर्तमान में इसमें मुगल और राजपूत कवच और मूर्ति कला का संग्रह स्थित है l इसका निर्माण 1570 में अकबर द्वारा करवाया गया था l पुरातत्व संग्रहालय की स्थापना 1949 ईस्वी में की गई थीl यह संग्रहालय तीन करो में विभाजित है प्राचीन सभ्यताओं की मूर्तियां और कुछ उत्क्रमित कपड़ों के संग्रह से युक्त संग्रहालय में दो ( युवा स्तंभ )हैl यह आठवीं शताब्दी की प्रतिहार मूर्तियां और प्रारंभिक ऐतिहासिक काल से संबंधित टेराकोटा के अलावा बरनाला के शिलालेखों से सुशोभित है l यह संग्रहालय. रेह, विराट ,सांभर, नगर और विभिन्न स्थानों से खोदे गए कपड़े का घर हैl इसके अलावा पूर्व जयपुर राज्य के विभिन्न स्थलों से एकत्र की गई मूर्तियों और शिलालेख जो विद्याधर गार्डन में घरों में बदल गए, उन्हें भी संग्रहालय के अंदर प्रदर्शित किया गया है l

स्थान-संग्रहालय अकबर किले के अंदर स्थित है और किसी भी स्थानीय परिवहन द्वारा आसानी से जाया जा सकता है l
संग्रहालय जाने का समय सुबह 10:00 से शाम 4:45 तक है l

अकबरी मस्जिद 🕌अजमेर-

अकबरी मस्जिद 🕌अजमेर

शाहजहानी गेट और बुलंद दरवा जा और कोट रोड पर स्थित अजमेर के लोकप्रिय आकर्षणों में से एक है l जो मुस्लिम संप्रदाय और इतिहास प्रेमी पर्यटकों के लिए अजमेर का प्रमुख केंद्र बना हुआ है जिसका निर्माण सम्राट अकबर द्वारा 1455 में किया गया था l यह उनके बेटे प्रिंस सलीम या जहांगीर के जन्म के समय आभार के रूप में बनाया गया था l लाल मोस्टर्न में निर्मित अकबरी मस्जिद को सफेद और हरे रंग के पत्थर से उकेरा गया है जो देखने में काफी सुंदर है l

सोनी जी की नसिया अजमेर -

सोनी जी की नसिया अजमेर

सोनी जी की नसिया अजमेर शहर में पृथ्वीराज मार्ग पर स्थित एक प्रसिद्ध जैन मंदिर 🛕 है l जो सोनी जी की नसिया के रूप में लोकप्रिय और राजस्थान में सबसे अच्छे जैन मंदिरों 🛕 में से एक है l अजमेर का दर्शनीय स्थल सोनी जी की नसिया के नाम सिद्धकुट चैत्यालय हैl और इसे “लाल मंदिर” के रूप में भी जाना जाता हैl जोकि जैन धर्म के पहले तीर्थंकर को समर्पित है l सोनी जी की नसियां मंदिर का मुख्य आकर्षण केंद्र मुख्य कक्ष है l विशेष स्वर्ण नगरी या सोने के शहर के नाम से भी जाना जाता है l जो कि जैन धर्म के संस्करण में ब्रह्मांड की सबसे आश्चर्य जनक वस्तु कलाकृतियों में से एक है l इस मंदिर में भगवान ऋषभदेव (अग्नि देव )की पूजा की जाती है जो तीर्थंकरों में से पहले थे और इसके शिष्यों और अनुयायियों का मूल कारण मुख्य रूप से दिगंबर संप्रदाय है lइस मंदिर में सोने की लकड़ी की कई आकृतियां बनी हुई है जो कि जैन धर्म की कई आकृतियों को भी दर्शाती है l सोनी जी की नसियां अजमेर के लोकप्रिय तीर्थ स्थलों में से एक माना गया है जहां तीर्थ यात्रियों की लंबी-लंबी लाइन देखने को मिलती है l यह अजमेर रेलवे स्टेशन 🚃से 1 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैl

सोनी जी की नसिया जाने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च तक है l यह मंदिर सुबह 8:30 खुलता है और शाम 4:30 बजे तक खुला रहता हैl
मंदिर का उत्कृष्ट और भाव कार्य दिगंबर जैनियों की समृद्धि संस्कृति और कला की महान समझ को दर्शाता है

फोर्ट मसूदा अजमेर-

फोर्ट मसूदा अजमेर-

यह अजमेर से 54 किलोमीटर की दूरी पर स्थित मसूदा फोर्ट स्थित है l अजमेर के प्राचीन पर्यटक स्थलों में से एक है l इसके किले का निर्माण 1595 ई के लगभग किया गया था लेकिन इसके लिए की हालत तेजी से जर्जर (खराब) हुई और यह जल्दी ही एक खंडहर के रूप में तब्दील हो गया l लेकिन बाद में इसे नर्सिंग जी मर्तिया द्वारा बहस और पुनर्निमित करने का काम किया गया l वर्तमान में यह है एक शानदार अंदाज में खड़ा हुआ है l जिसमें कांच -महल, बड़ा- महल, चंद्र महल आदि और कई महल शामिल हैl जो पर्यटकों के लिए आकर्षण के केंद्र बने हुए हैंl

फॉय सागर झील अजमेर-

फॉय सागर झील अजमेर

अजमेर शहर के पश्चिम में स्थित मानव निर्मित फॉय सागर झील अजमेर के लोकप्रिय पर्यटक स्थलों में एकहै l फॉयसागर झील का निर्माण 1892 में अंग्रेजी वास्तुकार मिस्टर फाय द्वारा दौरान अजमेर में पानी की कमी को स सूखे के दौरान अजमेर में पानी की कमी को दूर करने के उद्देश्य के लिए किया गया था l इसलिए इस झील का नाम उनके नाम पर रखा गया था l झील में स्थापित
शिलालेख से देखा जा सकता है l

आनासागर झील अजमेर

आनासागर झील अजमेर​

आनासागर झील मानव निर्मित झील है l इस मानव निर्मित झील का निर्माण अनाजी चौहान (पृथ्वीराज चौहान के दादा) ने 1135 से 1150 ई के दौरान करवाया थाl इसके किनारे पर एक रमणीय पार्क ,दौलत बाग हैl जिसमें 1637 में शाहजहां द्वारा बनवाए गए संगमरमर के मंडपों की एक श्रृंखला है l आनासागर झील पर नौकायन 🚣 करते समय सुंदर सूर्यास्त 🌄 का नजारा देखा जा सकता है l 13 किलोमीटर में फैला यह तालाब अजमेर की श्रम में सुंदरता कोदर्शाता है l दिलचस्प बात यह है कि यह गर्मी के महीना में सूख जाता है लेकिन इस शहर की सभी स्थानीय लोगों के लिए आजीविका के स्रोत के रूप में कार्य करता है l झील के नजदीक बने कुछ मंदिरों से भी झील का नजारा मंत्र मुक्त करता है यदि आप अजमेर की यात्रा पर हैं तो आनासागर झील घूमने कदापि न भूले और इस झील की सुंदरता का आनंद जरूर ले l

नारेली जैन मंदिर 🛕अजमेर-

नारेली जैन मंदिर अजमेर​

ज्ञानोदय तीर्थ नारेली जैन मंदिर, यह अजमेर के बाहर स्थित एक नवनिर्मित जैन मंदिर है l यह अपनी खूबसूरत वास्तुकला और जटिल पत्थर की नक्काशी के लिए पर्यटकों के बीच लोकप्रिय हो रहा है जो पारंपरिक और समकालीन दोनों सुंदरता देता है यह मंदिर संगमरमर के पत्थर से बना है और मनोकामना पूरी करने और जीवन में समृद्धि के लिए जाना जाता है l मंदिर की पहली मंजिल पर गुरु आदिनाथ जी का एक विशाल मूर्ति है और ऊपर की पहाड़ियों पर अन्य तीर्थंकरों के 24 लघु मंदिर स्थित है l ऊपर से देखने पर शानदार और मनमोहक दिखता है इसका निर्माण अरावली पर्वतमाला में आरके मार्बल्स के संगमरमर के दिग्गज श्री अशोक पाटनी जी द्वारा किया गया है lशहर के केंद्र से 7 किलोमीटर की दूरी पर और जयपुर से 128 किलोमीटर पश्चिम की ओर मुख्य राष्ट्रीय राजमार्ग 8 पर स्थित है l

मंदिर का खुलने का समय सुबह 6:30 से शाम 7:00 तक है l
नारेली जैन मंदिर के पास घूमने के लायक अन्य स्थान-अधाई दिन का झोपड़ा दौलत बाग दरगाह शरीफ नसियां जैन मंदिर आना सागर झील पृथ्वीराज स्मारकl मदार गेट और महिला मंडी से स्थानीय खरीदारी कर सकते हैंl यहां पर कढ़ाई वाले जूते चांदी के गने क्यूरोस प्राचीन वस्तुएं खरीद सकते हैं आपके यहां पर 3 स्थानीय स्वादिष्ट व्यंजनों यानी दाल बाटी चूरमा के साथ अपने स्वाद को संतुष्ट किए बिना अजमेर नहीं छोड़ना चाहिए जैसे कीलहसुन की चटनी और केयर सांगरी l

साई बाबा मंदिर 🛕अजमेर-

साइन बाबा का मंदिर अजमेर के अजय नगर में 2 एकड़ के क्षेत्र में फैला हुआ हैl साइन बाबा मंदिर का निर्माण 1999 में गरीब नवाज शहर के निवासी सुरेश लाल के द्वारा किया गया था l साइन बाबा का मंदिर अजमेर के लोकप्रिय तीर्थ स्थलों में से एक है और वास्तु कला के हिसाब से अजमेर के प्रसिद्ध मंदिरों में से भी एक है जो कि साइन बाबा के भक्तों के बीच बहुत लोकप्रिय तीर्थ स्थल बना हुआ है l

साई बाबा मंदिर को संगमरमर के शुद्धतम पत्थर के साथ बनाया गया है जिसमें पार्वती पत्थर की अनूठी गुणवत्ता देखने को मिलती है जो तीर्थ भक्तों के साथ-साथ पर्यटकों और कला प्रेमियों को अपनी ओर आकर्षित करती है जो अजमेर की यात्रा के लिए अजमेर के लोकप्रिय पवित्र स्थलों में से एक है lसाई
बाबा मंदिर प्रतिदिन सुबह 6:00 से शाम 8:00 तक खुला रहता है और यदि आप अजमेर में साई बाबा मंदिर की यात्रा की योजना बना रहे हैं तो हम आपको बता दें कि मंदिर की यात्रा के लिए एक-दो घंटे का समय निकालकर यात्रा अवश्य करें l

पृथ्वीराज चौहान स्मारक अजमेर-

पृथ्वीराज चौहान स्मारक अजमेर

पृथ्वीराज चौहान स्मारक अजमेर में तारागढ़ रोड पर स्थित है l
चौहान वंश के महान नायक पृथ्वीराज चौहान का स्मारक है जिसे सास और देशभक्ति के प्रतीक माना जाने वाला महान योद्धा को श्रद्धांजलि देने के लिए बनाया गया था l स्मारक में राजा की मूर्ति को काले संगमरमर से तराशा गया है, जिसमें पृथ्वीराज चौहान एक घोड़े पर बैठकर के अपने दुश्मन पर हथियार से निशाना बनाते हुए आदर्श गए हैं l अरावली पहाड़ियों पर बना हुआ बगीचों के बीच यह ऐतिहासिक स्थल अजमेर शहर का एक अविश्वसनीय दृश्य प्रदान करता है l जो पर्यटक और इतिहास कारों के घूमने के लिए अजमेर के सबसे आकर्षक स्थलों में से एक माना गया है l

पृथ्वीराज चौहान स्मारक खुलने का समय प्रतिदिन सुबह 7:00 से रात 9:00 तक रहता है l

सावित्री मंदिर🛕 अजमेर-

सावित्री मंदिर

सावित्री मंदिर राजस्थान के पुष्कर शहर में रत्नागिरी पहाड़ी पर स्थित लोकप्रिय तीर्थ स्थलों में से एक है l यह मंदिर भगवान ब्रह्मा की पत्नी देवी सावित्री को समर्पित है l सावित्री मंदिर काफी ऊंचाई पर स्थित है जिसकी वजह से मंदिर से पुष्कर शहर और आसपास की सभी घाटियों का मनोरम दृश्य काफी साफ और स्वच्छ दिखाई देता है l यह मंदिर पुष्कर झील से 15 मिनट पैदल दूरी पर स्थित है l लेकिन मंदिर पर पहुंचना और पहाड़ी की चोटी पर चढ़ना बहुत ही मुश्किल काम है लेकिन ऐसा कहते हैं कि आप जितना कठिन काम आप करते हैं उतना ” तप” आपको प्राप्त होता हैl

सावित्री माता का मंदिर रोपवे खुलने का सुबह 7:30 से शाम 8:00 तक खुला रहता है

पुष्कर ब्रह्मा मंदिर 🛕

पुष्कर ब्रह्मा मंदिर 🛕

पुष्कर अजमेर में विश्व का प्रसिद्ध ब्रह्मा मंदिर 🛕 स्थित है | 14 वि. शताब्दी में निर्मित विश्व में ब्रह्मा का एकमात्र मंदिर 🛕हैl जहां पर ब्रह्मा जी की मूर्ति स्थापित है l दुनिया में हिंदू मान्यता के अनुसार पांचवा तीर्थ भी पुष्कर को मानव हरिद्वार की तरह ही पुष्कर भी हिंदुओं का बड़ा तीर्थ स्थल माना गया है l तीर्थ में सबसे बड़ा तीर्थ स्थल होने के कारण ही इसे तीर्थराज पुष्कर भी कहा जाता है l इसी तीर्थ स्थल पर पुष्कर सरोवर स्थित है जिसके चारों ओर 52 घाट बने हुए हैं l यह 52 घाट अलग-अलग राज परिवार और पंडितों और समाज द्वारा बनवाए गए हैं l जिसमें सबसे बड़ा घाट गऊघाट कहलाता हैl शास्त्रों के अनुसार ऐसा माना जाता है कि अगर अपने चारों धाम बद्रीनाथ जगन्नाथ रामेश्वरम और द्वारका के दर्शन कर लिए हैं लेकिन आपने पुष्कर के दर्शन नहीं किया तो आपकी यात्रा सफल नहीं मानी जाएगी l ऐसे में पुष्कर का महत्व और भी बढ़ जाता है पुष्कर में प्रसिद्ध मेला भी लगता है पुष्कर भारत के उन चुनिंदा स्थानों में शामिल है जहां भगवान ब्रह्मा जी का मंदिर 🛕 है l

Best Time To Visit Ajmer In Hindi - अजमेर घूमने जाने का सबसे अच्छा समय

वैसे तो आप अजमेर कभी भी आ सकते हैं साल भर में लेकिन अक्टूबर से मार्च का समय अजमेर घूमने का सबसे अच्छा समय माना जाता है l क्योंकि यह समय अजमेर घूमने का एक बहुत ही बेहतरीन माहौल प्रदान करता है l मारुति से शुरू होने वाली गर्मी के दौरान अजमेर की यात्रा से बचें क्योंकि इस समय अजमेर का तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है l जो आपकी अजमेर की यात्रा को थोड़ा निराश कर सकता है l

Where To stay In Ajmer In Hindi - अजमेर की यात्रा में कहां ठहरे

Stay hotel in Ajmer

अजमेर में आने वाले पर्यटक होटल की तलाश में है तो हम आपको बता दें कि अजमेर में लो बजट से लेकर हाई बजट तक होटल उपलब्ध हो जाती है l तो लिए हम आपको कुछ अजमेर की होटल के नाम बताते हैं l

रीगल होटल
होटल मानसिंह पैलेस अजमेर
प्रताप महल अजमेर
भंवर सिंह पैलेस
होटल एलएन कोर्टयार्ड

How To Reach Ajmer By Road In Hindi - सड़क से अजमेर कैसे पहुंचे

srinagar highway

अजमेर शहर राजस्थान का एक प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है जहां आप बस 🚌 ट्रेन 🚃या हवाई मार्ग ✈️ से यात्रा करके पहुंच सकते हैं l

बस यह सड़क मार्ग से अजमेर कैसे पहुंचे-यदि आपने अजमेर जाने के लिए बस के माध्यम से सड़क मार्ग का चुनाव किया है तो हम आपको बता दें कि राजस्थान राज्य सड़क परिवहन निगम के द्वारा दिल्ली जयपुर उदयपुर जैसलमेर बीकानेर जैसे आसपास के शहरों से अजमेर को जोड़ने के लिए डीलक्स और सेमी डीलक्स बसें नियमित रूप से संचालित करता है तो आप बहुत ही आसानी से बस या टैक्स या कर से यात्रा करके अजमेर की यात्रा को सुखद बना सकते हैं l

How To Reach Ajmer By Train In Hindi - ट्रेन से अजमेर कैसे पहुंचे

Reach Ajmer by Train

ट्रेन से अजमेर कैसे पहुंचे-

यदि आपने अजमेर जाने के लिए रेल मार्ग का चुनाव किया है, तो हम आपको बता दें कि अजमेर शहर का अपना एक रेलवे स्टेशन भी है l (अजमेर जंक्शन रेलवे स्टेशन) है l जो कि आपको जयपुर दिल्ली अहमदाबाद मुंबई लाइन पर स्थित है l यह रेलवे स्टेशन प्रमुख शहरों सेआने वाली रेलगाड़ी जैसे दिल्ली मुंबई जयपुर इलाहाबाद लखनऊ कोलकाता जैसे भारत के प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है तो आप किसी भी प्रमुख शहर से ट्रेन 🚃 से यात्रा करके अजमेर रेलवे स्टेशन पर पहुंच सकते हैं l

How To Reach Ajmer By Flight In Hindi - फ्लाइट से अजमेर कैसे पहुंचे

Flight

फ्लाइट से अजमेर कैसे पहुंचे-

अगर आप फ्लाइट से अजमेर घूमने जाने का प्लान बना रहे हैं तो हम आपको बता दें कि अजमेर शहर जयपुर सांगानेर हवाई अड्डा से 135 किलोमीटर की दूरी पर स्थित सबसे निकटतम हवाई अड्डा है जयपुर का यह हवाई अड्डा भारत के प्रमुख शहर दिल्ली मुंबई जैसे -शहरों से बहुत अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है जब आप हवाई अड्डे पर पहुंच जाते हैं तो यहां से आप बस या टैक्सी के माध्यम से अजमेर आसानी से पहुंच सकते हैं l

Ajmer famous Food In Hindi -अजमेर का मशहूर स्थानीय भोजन

Famous food of Ajmer

अजमेर में आने वाला प्रत्येक टूरिस्ट यहां के व्यंजनों का लुफ्त उठाना जरूर चाहेगा l तो लिए हम आपको बता दें की अजमेर के कुछ प्रसिद्ध व्यंजन जैसे की दाल बाटी चूरमा जेवर बाजरे की खिचड़ी गट्टे की सब्जी इनके अलावा प्रसिद्ध नॉनवेज चिकन मटन मटन बिरयानी सोला कबाब लाल मास यहां मिल जाता है l यहां कड़ी कचौड़ी और सोहन हलवा अजमेर में प्रसिद्ध है कबाब और तंदूरी नॉनवेज जैसे आइटम के लिए लोग दरगाह बाजार भी जाना पसंद करते हैं इनके अलावा भी आपको अजमेर में विभिन्न विभिन्न प्रकार की भ भोजन सामग्रियां भी मिल जाएगी l

Urs Festival Ajmer In Hindi - अजमेर में देखने लायक त्योहार उर्स

राजस्थान के अजमेर में स्थित प्रसिद्ध शरीफ मंदिर, सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की पुण्यतिथि के अवसर पर साल में एक बार उर्स समारोह (त्योहार) का आयोजन किया जाता हैl अजमेर में देखने लायक उर्स त्योहार भारतीय उपमहाद्वीप में चिश्ती सूफी के संस्थापक ख्वाजा गरीब नवाज के रूप में जाना जाता है l

Shopping In Ajmer In Hindi - अजमेर मार्केट से क्या खरीदारी करें

Ajmer market

अजमेर का बाजार बहुत ही खूबसूरत बाजार है और बाजार में आने वाले पर्यटकों को विभिन्न विभिन्न प्रकार की वस्तुएं मिल जाती हैं l यहां महिला मंडी जैसा कि नाम से कुछ पता चलता है कि महिलाओं के लिए इस बाजार में बहुत कुछ खरीदने के लिए विभिन्न विभिन्न प्रकार के पारंपरिक और ओढनिया और साड़ियां और जूतियां के लिए यह बाजार प्रसिद्ध है l या पुरुषों के लिए रंगी हुई पगड़ी (साफा) देखने को मिल जाती है अजमेर मार्केट में चांदी के बर्तन भी काफी प्रसिद्ध माने जाते हैं l

Ajmer Map - अजमेर का मैप

Ajmer Image -अजमेर की फोटो गैलरी

3 thoughts on “Top 15 Places To Visit In Ajmer In Hindi – अजमेर के टॉप 15 पर्यटन स्थलों की जानकारी”

  1. गोलू चौधरी

    आपने बहुत अच्छी जानकारी हमें प्रोवाइड की थैंक्स लोकल गाइड

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